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Showing posts from January, 2019
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हिंदुस्तान की महारानी , सभी हिन्दू की माँ हिंडिम्बा ! मध्य भारत में मूल भारतीय , आदिवासी , आदिवंशी , नेटिव का राज निरंतर रहा है जो महाभारत काल में भी अस्तित्व में था। जिसे मायावी वन कहा गया वो दर असल आदिवासी का मध्य भारत , गुजरात , महाराष्ट्र , मध्य प्रदेश , झारखंड , छोटा नागपुर , बस्तर आदि मिल कर आदिवासी पुरातन राज्य था जिस की महारानी हिंडिबा थी और उसका सेनापति उसका भाई हिडिम्ब था। हिडिम्बा का मतलब होता है हिन्दू की माँ या बा। बा का मतलब भी गुजराती में माँ होता है। हिंडिबा हिंदुस्तान की मलिका , महारानी थी। वो आदिवासी यानि मूल भारतीय , नेटिव हिन्दू थी। उसका धर्म नेटिव हिन्दू धर्म था जो विदेशी वैदिक ब्राह्मण धर्म से अलग था और उनका आराध्य भगवन शिव थे। भगवन शिव आदेश से ही शिव काल से शिव गण आदिवासी , मूल भारतीय , हिन्दू रक्षक वैदिक ब्रह्मिन धर्म के होम हवन को उध्वस्त करते रहे है जो हम रामायण में भी देखते है। महारानी हिडिम्बा के साम्राज्य में जब पांडव अपनी जान बचने के लिए ,लक्ष गृह की आग से भागे तो उन्हों ने ऐसी हिडिम्बा माहरणी के राज्य में शरण ली। ...
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नेटिव को भी स्वराज सेनानी के मानद ताम्ब्र पत्र से नवाजा जाएगा और वे भी स्वराज सेनानी के नाते पेंशन और अन्य सुविधाके हक़दार होंगे। नेटिव रूल मूवमेंट का आम एलान , नेटिव रूल लाने के लिए काम करनेवाले हर नेटिविस्ट को स्वराज सेनानी को मानद ताम्ब्र पत्र से नवाजा जाएगा और उनको स्वतंत्र सेनानी के तर्ज पर नेटिव रूल आजीवन पेंशन देगी , अन्य सुविधा भी देगी ! हम मानते है विदेशी ब्रिटिश से लड़ कर ,जिन स्वतंत्र सेनानी ने देश को आज़ाद किया वे पेंशन और अन्य सुविधा , सन्मान के पात्र है वैसे ही जो नेटिव रूल यानि नेटिव स्वराज लाने के लिए नेटिव रूल मूवमेंट से जुड़े है जिन्हो ने नेटिव रूल मूवमेंट की बाकायदा सदश्यता ली है और अपना हिंदुस्तान विदेशी ब्राह्मण मुक्त करना चाहते है हिन्दू धर्म में व्याप्त विदेशी वैदिक ब्राह्मण धर्म की वर्णवादी , जातिवादी , भेदभाववाली , ऊंचनीच , अस्पृश्यता , जनेऊ , होम हवन , ब्राह्मण आदि से स्वंतंत्र नेटिव सत्य हिन्दू धर्म पुनर्स्थापित करने में लगे है उन सभी सत्य हिन्दू पारयण गैर ब्राह्मण नेटिव को भी स्वराज सेनानी के मानद ताम्ब्र पत्र से नवाजा जाएगा और वे भी स्वराज स...
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नेटिव को भी स्वराज सेनानी के मानद ताम्ब्र पत्र से नवाजा जाएगा और वे भी स्वराज सेनानी के नाते पेंशन और अन्य सुविधाके हक़दार होंगे। नेटिव रूल मूवमेंट का आम एलान , नेटिव रूल लाने के लिए काम करनेवाले हर नेटिविस्ट को स्वराज सेनानी को मानद ताम्ब्र पत्र से नवाजा जाएगा और उनको स्वतंत्र सेनानी के तर्ज पर नेटिव रूल आजीवन पेंशन देगी , अन्य सुविधा भी देगी ! हम मानते है विदेशी ब्रिटिश से लड़ कर ,जिन स्वतंत्र सेनानी ने देश को आज़ाद किया वे पेंशन और अन्य सुविधा , सन्मान के पात्र है वैसे ही जो नेटिव रूल यानि नेटिव स्वराज लाने के लिए नेटिव रूल मूवमेंट से जुड़े है जिन्हो ने नेटिव रूल मूवमेंट की बाकायदा सदश्यता ली है और अपना हिंदुस्तान विदेशी ब्राह्मण मुक्त करना चाहते है हिन्दू धर्म में व्याप्त विदेशी वैदिक ब्राह्मण धर्म की वर्णवादी , जातिवादी , भेदभाववाली , ऊंचनीच , अस्पृश्यता , जनेऊ , होम हवन , ब्राह्मण आदि से स्वंतंत्र नेटिव सत्य हिन्दू धर्म पुनर्स्थापित करने में लगे है उन सभी सत्य हिन्दू पारयण गैर ब्राह्मण नेटिव को भी स्वराज सेनानी के मानद ताम्ब्र पत्र से नवाजा जाएगा और वे भी स्वराज स...